हेलो दोस्तों आप सभी लोगों का बहुत-बहुत स्वागत है आज हम लोग बात करने जा रहे हैं एक ऐसे स्थान के बारे में एक ऐसे शहर के बारे में जो की सनातन धर्म या आप कहोगे हिंदू धर्म में जिसका बहुत ज्यादा महत्व है।
ऐसा माना जाता है कि यह स्थान स्वयं ईश्वर के घर जाने का द्वार है। जहां दोस्तों शायद आपको आईडिया लग गया होगा मैं बात किसकी करने जा रहा हूं मैं बात कर रहा हूं हरिद्वार की हरिद्वार यानी कि हरि के घर का द्वार अगर आप देखोगे तो पूरे उत्तराखंड को ही देवभूमि कहा जाता है यानी कि हर देवताओं की भूमि हिमालय पर्वत श्रृंखला में स्थित उत्तराखंड के कई देवताओं का घर है कई ऋषि मुनियों की तपोभूमि है। तो अगर आप उत्तराखंड के किसी भी पुण्य भूमि में जाना चाहते तो आपका जो एंट्री पॉइंट है जो आपको सबसे पहला शहर मिलेगा जिसमें आपको होकर जाना पड़ेगा वह है हरिद्वार।
वैसे अगर देखा जाए तो हरिद्वार में एक दिन में ही आप ज्यादातर जगह को घूम सकते हैं यानी कि हर की पौड़ी हो गई और यहां पर और भी देवी स्थल है जिन पर आप लगभग 1 दिन में आप घूम सकते हैं।
लेकिन अगर आप मेरी बात मानो तो आप केवल हरिद्वार अगर आप मेडिटेशन के लिए आ रहे हैं आप अपने को रिलैक्स करने के लिए आ रहे हैं आप शहर की भाग दौड़ से दूर शांति में कुछ टाइम बिताने के लिए हरिद्वार आ रहे हैं तो आप कम से कम 4 से 6 दिन के लिए आइए, जी हां दोस्तों मैं कह रहा हूं 4 से 6 दिन के लिए ऐसा क्यों कह रहा हूं वो आप को अब बताता हु।
घूमने की जगह:
हरि की पौड़ी
क्योंकि हरि की पौड़ी एक ऐसी जगह जहां आप एट लिस्ट कम से कम एक शाम बिताइए वहां, हरि की पौड़ी की आरती करिए सुबह-सुबह हरि की पौड़ी में भिन्न-भिन्न तरीके के कर्मकांड होते हैं उनको आप देखिए। आप कितना भी थके हो एक बार हरि की पौड़ी में गंगा जी में डुबकी लगाए सारी थकान दूर हो जाएगी।
मानसदेवी मंदिर:
हरिद्वार में कम से कम आपको एक दिन मनसा देवी में बिताना चाहिए। जब आप मनसा देवी की चढ़ाई चढ़ रहे होंगे तो आपको पूरा का पूरा गंगा जी के घाट दिखाते है।
गंगा जी में बहुत सारे आपको अलग अलग धाराएं दिखाई देती है। गंगा जी कैसे कट के आ रही हो तो आपको देखें अद्भुत नजारा है। आप वहां पर रख कर चढ़ाई के दौरान वहां पर रुक के उसे प्राकृतिक सौंदर्य का अनुभव कर सकते हैं।
चंडी देवी मंदिर
साथ ही साथ जब आप चंडी देवी की चढ़ाई के लिए जाएंगे तो चंडी देवी मंदिर आपको शहर से थोड़ा बाहर ले जाता है और वहां पर जब आप जाएंगे तो आपको चारों तरफ सुंदर पहाड़ों के होते हुए ऊपर पहाड़ पर चढ़ता है। और माता चंडी देवी के आपके दर्शन होते हैं लगभग 20 से ₹40 पर हेड किराया ले लेते हैं ऑटो टैक्सी वाले ।
चंडी देवी मंदिर के ऊपर जाकर आपको एक अद्भुत सुकून मिलेगा शायद आप वहां पहुंचकर अपना सारा थकान भूल जाएंगे अद्भुत लेकिन समय लेकर जाए।
शांतिकुंज:
एक और स्थान है अगर आप हरिद्वार यात्रा पर हैं तो आपको जाना चाहिए कर्मभूमि है जो आचार्य श्री राम शर्मा जी की जिसे शांतिकुंज के नाम से जाना जाता है शांतिकुंज एक अद्भुत स्थान है जहां पर आप एक दैनिक कर्मकांड करते हुए लोगों को देख सकते हैं वहां छोटी-छोटी कुटिया बनी है अगर भीड़ नहीं होती है जब आप जा रहे होते तो उसे टाइम पर रुकने की व्यवस्था भी मिल जाती है तब शांतिकुन में कम से कम एक दिन गुजरिया आपको एक अद्भुत एक सनातन धर्म का एक अलग ही रूप दिखाता हैं शांतिकुंज में।
वहां पर आपको हॉस्पिटैलिटी देखने को मिलेगी कि एक्चुअल में सनातन धर्म में किस तरीके से लोग एक दूसरे के साथ व्यवहार करते है वहां पर आपको मेडिकल स्टोर्स है होम्योपैथिक दवाई एलोपैथिक दवाई आयुर्वेदिक दवाई डिफरेंट डिफरेंट तरीके के लोग डॉक्टर साहब अवेलेबल होते जो की फ्री ऑफ कॉस्ट आपको सर्विस दे रहे हो अगर आप शांतिकुंज को जाए तो वहां पर खाना जरूर खाइए खाना नहीं एक तरीके का प्रसाद है इसे आपको खाना चाहिए आपको अच्छा लगेगा।
हरिद्वार जैसा मैंने आपको बताया कि हरिद्वार देवभूमि में प्रवेश का प्रथम द्वारा तो हरिद्वार में जब आप जाएंगे तो आपके यहां पर भिन्न-भिन्न अखाड़े के भिन्न-भिन्न धर्मशालाएं और आश्रम मिलती है इन धर्मशाला में इन आश्रमों में आप जाकर वहां के धर्म गुरुओं से सनातन धर्म के आचार्य से आप मुलाकात कर सकते हैं उनसे आप अपनी जिज्ञासों को पूछ आप अपनी जिज्ञासों को शांत कर सकते हैं।
खाने के लिए हरिद्वार:

हरिद्वार में पूरे भारत से अलग अलग लोग आते है।
भगवती छोले भटूरे: ये दुकान फेमस है अपने छोले भटूरे और छोले के पानी के लिए।
सबसे बड़ी बात इनकी दुकान में सबसे पहले कन्याओं को भोग लगता है भी बिक्री स्टार्ट होती है।
मथुरा वाले की प्राचीन दुकान: ये दुकान फेमस है अपनी कचौड़ी, आलू और कद्दू की सब्जी के लिए।
जैन चाट : अगर आप खाने के शौकीन है तो आप को इस दुकान पे आना ही चाहिए, बेहतरीन पपड़ी चाट और कांजी बड़े के लिए।
प्रकाशलोक की लस्सी: लस्सी पीने के शौकीन है तो ये जगह आप के लिए है, साथ में इनकी कुल्फी जरूर ट्राई करे।
इसके अलावा ज्वाला चौराहे पे आप को मिलेगी घुटी हुई दाल, छोले और कुलचे साथ में। छोले का पानी।
कैसे पहुंचे हरिद्वार:
हरिद्वार वैसे तो दिल्ली से बस ट्रेन से डायरेक्ट कनेक्ट है लेकिन अगर आप वाया एयर आना चाहते हैं तो आपको नेरेस्ट एयरपोर्ट जौली ग्राउंड एयरपोर्ट मिलेगा।